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Rama Jain Kanya Mahavidyalaya, Najibabad, Bijnor

धर्मेश पारीक

(प्रबन्धक)

 

अत्यन्त गौरव व हर्ष का विषय है बालिका शिक्षा के विस्तार एवं विकास को सामाजिक नवनिर्माण में निरुपित करने के लिए जुलाई 2000 में संस्थापक स्व. साहू अशोक कुमार जैन पूर्व अध्यक्ष ‘द टाईम्स ऑफ़ इण्डिया समूह’ द्वारा रमा जैन कन्या महाविद्यालय, नजीबाबाद की स्थापना समाज सेविका स्व. श्रीमती सत्यवती पाण्डे की प्रेरणा एवं सद्प्रयास से की। स्थापना के पश्चात् से हम निरन्तर महाविद्यालय को शीर्ष ऊँचाईयों पर पहुँचाने में सफल रहे हैं।

रमा जैन कन्या महाविद्यालय में सुदूर ग्रामीण क्षेत्र की लगभग दो हजार छात्राएँ आधुनिक एवं उच्च शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। महाविद्यालय से शिक्षा प्राप्त छात्राएँ आज देश के विभिन्ना क्षेत्रों में अपनी उत्ड्डड्ढ सेवा से समाज एवं देश का नाम गौरवान्वित कर रही हैं। रमा जैन कन्या महाविद्यालय इस क्षेत्र की एक आदर्श एवं अग्रणी शिक्षण संस्था है।

इसका श्रेय संस्थापक स्व. साहू आशोक कुमार जैन, स्व॰ श्रीमती इन्दू जैन, पूर्व अध्यक्ष साहू अखिलेश जैन के मार्ग दर्शन एवं समय-समय पर ‘टाईम्स फॉर इण्डिया’ ओआरजी (पूर्व एस.पी. जैन फाउण्डेशन), साहू जैन ट्रस्ट तथा साहू अशोक कुमार जैन द्वारा वित्तीय सहायता से सम्भव हुआ है। हमारा भविष्य में भी यही प्रयास रहेगा कि महाविद्यालय की छात्राएँ अधुनिक तकनीक एवं रोजगार-परक शिक्षा तथा खेलकूद एवं अन्य शिक्षेणत्तर कार्यकलापों से अपने सम्पूर्ण व्यक्तित्व को विकसित करते हुए समाज एवं देश में महाविद्यालय एवं अपना नाम ऊँचा कर सकें।

हमारा सौभाग्य है कि हमें बालिका शिक्षा जैसे पुनीत कार्य से राष्ट्र निर्माण में अपनी सहभागिता निभाने का महान अवसर प्राप्त हुआ है। यह आत्मावलोकन का प्रेरक अवसर भी है। हम अपने कत्र्तव्य का निर्वहन बालिका शिक्षा के क्षेत्र में पूर्ण मनोयोग और श्रेष्ठतम क्षमता से कर रहे हैं।

प्रबन्ध समिति की उपाध्यक्षा रेवती जैन एवं प्रबन्ध समिति के सम्मानित सदस्यों के मार्गदर्शन से महाविद्यालय नए आयाम स्थापित करने की ओर अग्रसर है। निदेशक के.सी. मठपाल, प्राचार्या डॉ. श्रीमती दीप्ति गुप्ता, प्रवक्ताओं एवं समस्त शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के कठिन परिश्रम एवं सहयोग से महाविद्यालय निरन्तर उन्नाति के पथ पर नवीन कीर्तिमान स्थापित करेगा।

मंगल कामनाओं के साथ नवीन सत्र की शुभकामनाएँ।

“Knowledge is power. Information is liberating. Education is the premise of progress, in every society, in every family.”