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Welcome to Rama Jain Kanya Mahavidyalaya, Najibabad, Bijnor

Rama Jain Kanya Mahavidyalaya, Najibabad, Bijnor

कविकुल गुरु कालिदास विरचित अभिज्ञान शाकुन्तलम् में जिस पवित्र मालिनी नदी का उल्लेख किया गया है, उसी सरिता के तट पर स्थित एक ऐतिहासिक नगर नजीबाबाद के अतीत के पन्नाों में जहाँ नजीबुद्दौला की हसरतें अंगड़ाईयाँ ले रही हैं-नजीबाबाद की कला और तहज़ीब का मरकज बनाने की, वहीं इस नगर में जन्में जनहितैषी, प्रसि( साहित्य प्रेमी, शिक्षा अनुरागी, प्रसि( उद्योगपति स्व. साहू शान्ति प्रसाद जैन तथा उनकी धर्मपत्नी स्व. ;श्रीमतीद्ध रमा जैन ने इस क्षेत्र के शैक्षणिक उन्नयन हेतु महान संकल्प लिया था। नजीबाबाद नगर तथा उसके निकटवर्ती ग्रामीण अंचलों में नारी शिक्षा के उत्थान के लिये कन्या महाविद्यालय की स्थापना करना इस क्षेत्र की एक बहुत बड़ी आवश्यकता थी। अपने पूज्यनीय माता-पिता के महान उद्देश्यों को साकार करते हुये महादानवीर स्व॰ साहू अशोक कुमार जैन, भूतपूर्व अध्यक्ष, द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया, ;नई दिल्लीद्ध ने जुलाई 2000 में बालिकाओं के लिये उच्च स्तरीय सुविधा युक्त स्ववित्तपोषित व्यवस्था के अन्तर्गत पवित्र मालिनी नदी के तट पर रमा जैन कन्या महाविद्यालय, नजीबाबाद स्थापित कर नगर में नारी उच्च शिक्षा की कमी को पूरा किये जाने का प्रशंसनीय प्रयास किया।

महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के आद्य अध्यक्ष स्व॰ साहू रमेश चन्द्र जैन के सद्प्रयासों से समाज सेविका स्व॰ श्रीमती सत्यवती पाण्डेय ;पत्नी स्व॰ श्री जर्नादन पाण्डेयद्ध ने भी अपनी सर्वस्व सम्पति का सहयोग इस ज्ञान-यज्ञ में दिया।

रमा जैन कन्या महाविद्यालय नगर एवं निकटवर्ती क्षेत्र का एकमात्र महिला महाविद्यालय, महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली से सम्ब( तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली द्वारा धारा 2थ् तथा 12 ठ में पंजीड्डत है। महाविद्यालय में पृथक-पृ थक विज्ञान भवन, कला एवं वाणित्य भवन, समृ( पुस्तकालय है। सुव्यवस्थित प्रयोगशालायें आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित है तथा व्याख्यान कक्षों की समुचित व्यवस्था है। महाविद्यालय का अपना क्रीड़ा स्थल है। महाविद्यालय अपनी गौरवमयी समृ( परम्पराओं के साथ अदम्य उत्साह, आत्म विश्वास, दृढ़ इच्छाशक्ति और नये संकल्पों के साथ ज्ञान-विज्ञान की दिशा में नयी ऊँचाईयाँ छूने को उद्यत है।

2005 में साहू श्री अखिलेश जैन ने महाविद्यालय की प्रबन्ध समिति का नेतृत्व सम्भाला। साहू श्री अखिलेश जैन के कुशल नेतृत्व में यह शिक्षण संस्था प्रगति की ओर निरन्तर अग्रसर रहा। महाविद्यालय के स्तर में गुणात्मक सुधार लाने तथा छात्राओं की आधुनिक विषयों की उच्च शिक्षा नि£वघ्न रूप से जारी रह सके इसके लिये साहू श्री अखिलेश जैन की कोशिश रही कि विद्यालय में अधिक से अधिक साधन उपलब्ध कराये जाएँ। महाविद्यालय के कायाकल्प में उनका सराहनीय योगदान है।

वर्तमान में महाविद्यालय में बी.ए., बी.काॅम. बी.सी.ए, बी.बी.ए., बी.एससी., एम.ए. ;अंग्रेजीद्ध तथा एम.काॅम. की कक्षायें संचालित हैं। कोई भी नारी कभी भी शिक्षित होकर स्वावलम्बन् की ओर अग्रसर हो, इस आशय से महाविद्यालय में उ.प्र. राज£ष टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज का अध्ययन केन्द्र स्थापित है। वर्तमान में उ॰प्र॰रा॰ट॰मु॰ विश्वविद्यालय प्रयागराज के अन्तर्गत बी.ए., एम.ए ;शिक्षाशास्त्र, अर्थशास्त्र, गृहविज्ञान, समाज कार्य, योगाद्ध, एम.सी.ए., एम.बी.ए. तथा अनेक डिप्लोमा कार्यक्रम संचालित है।

2018 में महाविद्यालय के इतिहास में उस समय महत्वपूर्ण नया अध्याय जुड़ा जब स्व. श्रीमती इन्दू जैन अध्यक्ष, द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया नई दिल्ली ने महाविद्यालय की प्रबन्ध समिति का नेतृत्व सम्भाला। संस्था की प्रगति में उनका अतुल्य सहयोग सदैव स्मरणीय है।

महाविद्यालय साहू जैन ट्रस्ट तथा द टाइम्स फार इंडिया ओ आर जी ;पूर्व में एस॰पी॰ जैन फाउण्डेशनद्ध नई दिल्ली द्वारा संचालित है। महाविद्यालय के संस्थापकों की कामना थी कि यह एक प्रगतिशील और आदर्श संस्था बने, जिसमें छात्राओं का चारित्रिक, बौद्धिक और शैक्षिक विकास पूर्ण हो सके। साहू श्री अशोक कुमार जैन द्वारा स्थापित यह आदर्श संस्था अपने लक्ष्य की ओर निरन्तर अग्रसर है। महाविद्यालय प्रबु( प्रबन्ध समिति के सम्मानित सदस्यगणों के रचनात्मक चिन्तन, दृढ़ इच्छा शक्ति तथा तत्परता के फलस्वरूप अपने उद्देश्यों में उत्तरोत्तर चतुर्मुखी प्रगति कर रहा है।

प्रबन्ध समिति के उपाध्यक्ष श्रीमती रेवती जैन, प्रबन्धक श्री धर्मेश पारीक एवं सदस्य धनुष वीर सिंह के नेतृत्व एवं सद्दिशा निर्देशन में यह संस्था कन्याओं की उच्च शिक्षा के चतुर्मुखी प्रगति, प्रचार-प्रसार व उन्नयन में निरन्तर अग्रसर होती हुई विश्वविद्यालय एवं प्रदेश की एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था के रूप में लब्ध प्रतिष्ठित है।

“Educating the mind without educating the heart is no education at all.”